Mahakal Status

जो समय की चाल हैं,
अपने भक्तों की ढाल हैं,
पल में बदल दे सृष्टि को,
वो महाकाल हैं।

गरज उठे गगन सारा,
समंदर छोड़े अपना किनारा,
हिल जाये जहान सारा,
जब गूंजे महाकाल का नारा।

गांजे मे गंगा बसी,
चीलम में चार धाम,
कंकर मे शंकर बसे,
और जग में महाकाल।

वह अकेले ही पुरी दुनिया में मुर्दे की भस्म से नहाते हैं,
ऐसे ही नहीं वो कालों के काल महाकाल कहलाते हैं।

झुकता नही शिव भक्त किसी के आगे,
वो काल भी क्या करेगा महाकाल के आगे।

ना मैं उच-नीच में रहूँ,
ना ही जात-पात में रहूँ,
महाकाल आप मेरे दिल में रहे,
और मैं औक़ात में रहूँ।

सारा ब्रह्मांड झुकता हैं जिसके शरण में,
मेरा प्रणाम हैं उन महाकाल के चरण में।

किसी ने मुझसे कहा इतने खूबसूरत नहीं हो तुम,
मैंने कहा महाकाल के भक्त खूंखार ही अच्छे लगते हैं।

काल का भी उस पर क्या आघात हो,
जिस बंदे पर महाकाल का हाथ हो।

तिलक धारी सब पे भारी,
जय श्री महाकाल पहचान हमारी।

नहीं पता कौन हूँ मैं और कहाँ मुझे जाना है,
महादेव ही मेरी मंज़िल हैं और महाकाल का दर ही मेरा ठिकाना है।

जैसे हनुमानजी के सीने में सियापति श्री राम मिलेंगे,
सीना चीर के देखो मेरा, तुमको बाबा महाकाल मिलेंगे।

आँधी तूफान से वो डरते हैं,
जिनके मन में प्राण बसते हैं,
वो मौत देखकर भी हँसते हैं,
जिनके मन में महाकाल बसते हैं।

खौफ फैला देना नाम का,
कोई पूछे तो कह देना,
भक्त लौट आया है महाकाल का।

इतना ना सजो मेरे महाकाल,
आपको नज़र लग जाएगी,
और उस मिर्ची की क्या औकात
जो आपकी नज़र उतार पाएगी।

भागना मत मौत से,
एक एहसान चढ़ा देगी,
जीवन के बाद मृत्यु,
तुझे महादेव से मिला देगी।

खुल चुका हैं नेत्र तीसरा,
शिव शंभू त्रिकाल का,
इस कलयुग में वो ही बचेगा,
जो भक्त हो महाकाल का।

हिंदूगिरी के बादशाह हैं हम,
तलवार हमारी रानी हैं,
दादागिरी तो करते ही हैं,
बाकी महाकाल की मेहरबानी हैं।

ना पूछो मुझसे मेरी पहचान,
मैं तो भस्मधारी हूँ,
भस्म से होता जिनका श्रृंगार,
मैं उस महाकाल का पुजारी हूँ।

ये कैसी घटा छाई हैं,
हवा में नई सुर्खी आई हैं,
फैली हैं जो सुगंध हवा में,
ज़रूर महादेव ने चिलम जलाई हैं।

चिता भस्म से तेरा नित नित हो श्रृंगार,
काल भी तेरे आगे हाथ जोड़ खड़ा लाचार।

चिंता नहीं हैं काल की,
बस कृपा बनी रहे मेरे महाकाल की।

वही सुखी, वही निराला, वही किस्मत वाला,
जिसका देवो के देव महादेव हो रखवाला।

कुत्तों की बढ़ी तादाद से शेर मरा नहीं करते,
और महाकाल के दिवाने किसी के बाप से डरा नहीं करते।

हम महादेव के दीवाने हैं,
तान के सीना चलते हैं,
ये महादेव का जंगल हैं,
यहाँ शेर महाकाल के पलते हैं।

तन की जाने, मन की जाने, जाने चित की चोरी,
उस महाकाल से क्या छिपावे जिसके हाथ हैं सब की डोरी।

भांग से सजी हैं सूरत तेरी,
करूं कैसे इसका गुणगान,
जब हो जायेगी आँखे मेरी भी लाल,
तभी दिखेगे महाकाल।

जो आसमां ने पिया जाम महाकाल का ज़हरीला,
उसी को पी के हुआ रंग-ए-आसमान नीला…
जय श्री महाकाल।

मैं झुक नहीं सकता,
मैं शौर्य का अखंड भाग हूँ,
जला दे जो अधर्म की रुह को,
मैं वही महादेव का दास हूँ।

सबसे बड़ा तेरा दरबार हैं,
तू ही सब का पालनहार हैं,
सजा दे या माफी महादेव,
तू ही हमारी सरकार हैं।

राजनीति नहीं, दिलों पर राज करने की इच्छा हैं,
यही मेरे गुरु बाबा महाकाल की शिक्षा हैं।

जब सुकून नहीं मिलता दिखावे की बस्ती में,
तब खो जाता हूँ मेरे महाकाल की मस्ती में।

माया को चाहने वाला बिखर जाता हैं,
और महाकाल को चाहने वाला निखर जाता हैं।

दिखावे की मोहब्बत से दूर रहता हूँ,
इसलिए मैं महाकाल के नशे में चूर रहता हूँ।

ना महीनों की गिनती, ना सालों का हिसाब हैं,
मोहब्बत आज भी महाकाल से बेइंतहा बेहिसाब हैं।
जय श्री महाकाल।

अघोर हूँ मैं, अघोरी मेरा नाम,
महाकाल हैं आराध्य मेरे,
और श्मशान मेरा धाम।

दौलत छोड़ी, दुनिया छोड़ी,
सारा खजाना छोड़ दिया,
महाकाल के प्यार में दिवानों ने,
राज घराना छोड़ दिया।

ना गिनकर देता हैं, ना तोलकर देता हैं,
जब भी मेरा महाकाल देता हैं,
दिल खोल कर देता हैं।

हम महाकाल नाम की शमा के छोटे से परवाने हैं,
कहने वाले कुछ भी कहे,
हम तो महाकाल के दिवाने हैं।

कर्ता करे न कर सकै,
शिव करै सो होय,
तीन लोक नौ खंड में,
महाकाल से बड़ा न कोय।
जय श्री महाकाल।

मैं चूम लू मौत को अगर मेरी एक प्रार्थना वो स्वीकारती हो,
बस मेरी चिता की राख से बाबा महाकाल भस्मा आरती हो।

अकाल मौत वो मरे, जो काम करे चंडाल का,
काल भी उसका क्या बिगाड़े,
जो भक्त हो महाकाल का।

क्या करूँगा मैं अमीर बन कर,
मेरा महाकाल तो फकीर का दीवाना हैं।

महाकाल का नारा लगा के,
दुनिया में हम छा गये,
दुश्मन भी छुपकर बोले,
वो देखो महाकाल का भक्त आ गया।

करूँ क्यों फ़िक्र की मौत के बाद जगह कहाँ मिलेगी,
जहाँ होगी मेरे महादेव की महफिल,
मेरी रूह वहाँ मिलेगी।

मैं सुल्तान नहीं हूँ, जो पिट-पिट कर WINNER बनु,
मैं महाकाल का भक्त हूँ,
एक ही बार में स्वाहा करू।

कोई मुझसे मेरा सब कुछ छीन सकता हैं,
पर महाकाल की दीवानगी मुझसे कोई नहीं छीन सकता।

तू राजा की राजदुलॉरी,
मैं सिर्फ़ लंगोटे आला सू,
भंग रगड़ के पिया करूँ,
मैं ख़ाली सोटे आला सू।

वो लम्हा मेरी ज़िन्दगी का बड़ा अनमोल होता हैं,
जब मेरे महाकाल की बातें यादें और माहौल होता हैं।

हम महादेव के दिवाने हैं,
तान के सीना चलते हैं,
ये महादेव का जंगल हैं,
जहाँ शेर करते दंगल हैं।

जब भी मैं अपने बुरे हालातो से घबराता हूँ,
तब मेरे महाकाल की आवाज आती हैं,
रूक मैं अभी आता हूँ।

महाकाल नाम की चाबी ऐसी जो हर ताले को खोले,
काम बनेंगें उसके सारे जो 'जय महाकाल' बोले।

चल रहा हूँ धूप में तो महाकाल तेरी छाया हैं,
शरण हैं तेरी सच्ची बाकी तो सब मोह माया हैं।

महाकाल वो हस्ती हैं, जिससे मिलने को दुनियाँ तरसती हैं,
और हम उसी महेफिल में रोज बैठा करते हैं।

जब मुझे यकीन हैं के महादेव मेरे साथ हैं,
तो इस से कोई फर्क नहीं पड़ता के कौन मेरे खिलाफ हैं।

मेरे महाकाल तुम्हारे बिना मैं शून्य हूँ,
तुम साथ हो महाकाल, तो मैं अनंत हूँ।

मिलती हैं तेरी भक्ति महादेव बड़े जतन के बाद,
पा ही लूंगा महादेव आपको समशान में जलने के बाद।

महाकाल कि महेफील में बैठा कीजिये साहब,
बादशाहत का अंदाज़ खुद ब खुद आ जायेगा।

मौत का डर उनको लगता हैं, जिनके कर्मों मे दाग हैं,
हम तो महाकाल के भक्त हैं, हमारे तो खून में ही आग हैं।

हे मेरे महाकाल आप भी अजीब से बैंक के मालिक हैं,
मेरे जैसे खोटे सिक्के को भी बड़ी हिफाजत से रखते हैं।

दुश्मन बनकर मुझसे जीतने चला था नादान,
मेरे महाकाल से मोहब्बत कर लेता तो मैं खुद हार जाता। जय महाकाल।

खुशबु आ रही हैं कहीँ से गांजे और भांग की,
शायद खिड़की खुली रह गयी हैं मेरे महाँकाल के दरबार की।

ना शिकवा तकदीर से, ना शिकायत अच्छी,
महादेव जिस हाल मे रखे वही जिंदगी अच्छी।

अनजान हूँ अभी धीरे धीरे सीख जाऊंगा,
पर किसी के सामने झुक कर पहचान नहीं बनाऊंगा।

कौन कहता हैं भारत में FOGG चल रहा हैं?
यहाँ तो सिर्फ महाकाल के भक्तो का खौफ चल रहा हैं।

आ रही हैं पालकी, राजाधीराज भगवान महाकाल की..
जय श्री महाकाल।

नाचेगी धरती, झुमेगा गगन,
जब होगा महाकाल राजा का नगर भ्रमण।

लिख दे किस्मत में मेरी महाकाल का प्यार,
कुछ ऐसा करिश्मा कर दे मुझको मिल जाए महाकाल का दीदार।

कोई दिवाना बन जाए तो कोई फ़कीर बन जाए,
महाकाल को जो देखे, वो खुद तस्वीर बन जाए।

जिन्दगी एक धुआँ हैं, जाने कहा थम जायेगा,
कर ले मेरे महाकाल की भक्ति, जीवन सफल हो जायेगा।

कहते हैं लोग अक्सर मुझे कि बावला हूँ मैं,
उनको क्या पता कि अपने बाबा महाँकाल का लाडला हूँ मैं।

भूतकाल को अभी भूल मत, वर्तमान अभी बाकी हैं,
ये तो महाकाल की एक लहर हैं, अभी तो तूफ़ान आना बाकी हैं।

हम तो दिवाने हैं उस कपाली महाकाल के,
जो अघोरियों के दिलो पर भी राज करते हैं।

महादेव के चरणों में रहमतों का झरना बहता हैं,
पर बहता उसी पे हैं जिसका मन महादेव महादेव रम्ता हैं।

जो करते हैं दुनिया पे भरोसा वो चिंता में होते हैं,
जो करते हैं महाकाल पर भरोसा वो चैन की नींद सोते हैं।

ख़ाक मज़ा हैं जीने में,
जब तक महादेव ना बसें अपने सीने में।

मने तो अपने आप को महाकाल के चरणों में रख दिया,
दुनियाँ ही हमारी महाकाल हैं, अब इतना समझ लिया।

माँग कर देखो महाकाल से जिसने भी मांगा हैं,
उसने पाया हैं जिसने जितना दर्द सहा हैं उतना चैन भी पाया हैं।

आ बैठ मेरे महादेव आज बटवारा कर ही ले,
पूरी दुनिया तेरी और सिर्फ तू मेरा।

ना मैं शायर हूँ, ना ही मेरा शायरी से कोई वास्ता हैं,
बस शौक बन गया हैं महादेव तेरी यादो को बयान करना।

महादेव आपने तो लाखो की तकदीर सवारी हैं,
मुझे दिलासा तो दो कि अब मेरी बारी हैं।

फिदा हो जाऊँ तेरी किस-किस अदा पर महाकाल,
अदायें लाख तेरी बेताब दिल एक हैं मेरा।

मझधार में नैया हैं, बड़ा दूर किनारा हैं,
अब तू ही बता मेरे महाकाल यहाँ कौन हमारा हैं।

किसी की गलतियों को बेनक़ाब ना कर,
महाकाल बैठा है तू हिसाब ना कर।

पागल सा हूँ मगर दिल का सच्चा हूँ,
थोड़ा सा आवारा हूँ पर महाकाल तेरा ही दिवाना हूँ।

बहुत दिल भर चुका हैं, खूब रोना चाहता हूँ,
मैं महाकाल तेरी गोद में सिर रख कर सोना चाहता हूँ।

हमने तो अपने आप को महाकाल के चरणों में रख दिया,
दुनियाँ ही हमारी महाकाल हैं अब इतना समझ लिया।

आँधियों में भी जहाँ जलता हुआ चिराग़ मिल जाएगा,
उस चिराग़ से पूछना महाकाल का पता मिल जाएगा।

सोचने से कहाँ मिलते हैं तमन्नाओं के शहर,
चलने की जिद भी जरूरी हैं महाकाल पाने के लिए।

महाकाल तेरी मेरी प्रीत पुरानी,
शक की ना गुंजाइश हैं,
रखना हमेशा चरणों में ही छोटी सी ये फरमाइश हैं।

हम तो चेले भी उनके हैं, जिनका कोई गुरु नहीं था।
जय महाकाल।

जिससे देव भी डरते हैं,
ऐसा हैं मेरा महादेव।

जहाँ पर आकर लोगों की नवाबी खत्म होती हैं,
वही से महाकाल के भक्तों की बादशाही शुरू होती हैं।

कोई कितनी कोशिश कर ले कुछ नहीं बिगाड़ सकता माई का लाल,
क्योंकि जिसके हम बालक हैं नाम है महाकाल।

महाकाल की अदालत की वकालात प्यारी हैं,
खामोश रह कर्म कर तेरा मुकदमा जारी हैं।

हम खुद गुलाम हैं उस बाबा महाकाल के,
जो सभी के सरताज हैं।

तांडव उनका जैसे स्वर्ग का नजारा हो,
रज भी सोना बन जाए जब महाकाल तेरा सहारा हो।

जहाँ पर आकर लोगों की NAWABI खत्म हो जाती हैं,
वहीं से महाकाल के दीवानों की BADSHAHI शुरू होती हैं।

शिव अनादि हैं अनन्त हैं विश्वविधाता हैं,
जो जन्म मृत्यु एवं काल के बंधनो से अलिप्त स्वयं महाकाल हैं।

माथे का तिलक कभी हटेगा नहीं,
और जब तक जिन्दा हूँ तब तक महाकाल का नाम मुँह से मिटेगा नहीं।

काल भी तुम महाकाल भी तुम,
लोक भी तुम त्रिलोक भी तुम,
सत्यम भी तुम और सत्य भी तुम।

हमें ढूंढना इतना मुश्किल नहीं है मेरे दोस्त,
बस जिस महफ़िल में महाकाल की आवाज गूंज रही हो वहाँ चले आना।

जब इस दुनिया से मेरी विदाई हो तो इतनी मोहलत मेरी साँसो को देना,
एक बार और महाकाल कह लेने देना।

यह कह कर मेरे दुश्मन मुझे छोड़ गए कि ये तो महाकाल का भक्त है,
पंगा लिया तो महादेव नंगा कर देंगे।

किसी ने कहा लोहा हैं हम, किसी ने कहा फौलाद हैं हम,
वहाँ भाग दौड़ मच गई जब हमने कहा महाकाल के भक्त हैं हम।

मैं कल नहीं मैं काल हूँ,
वैकुण्ठ या पाताल नहीं,
मैं मोक्ष का भी सार हूँ,
मैं पवित्र रोष हूँ,
मैं ही तो अघोर हूँ,
मैं शिव हूँ।

यह कलयुग है, यहाँ ताज अच्छाई को नहीं बुराई को मिलता है,
लेकिन हम तो बाबा महाकाल के दीवाने हैं,
ताज के नहीं रुद्राक्ष के दवाने हैं।

हाथों की लकीरें अधूरी हो तो किस्मत अच्छी नहीं होती,
हम कहते हैं कि सर पर हाथ महादेव का हो तो लकीरों की जरूरत नहीं होती।

भोले के नाम से डर मिटा लेता हूँ,
हर पल महाकाल की छाया लेता हूँ।

जिसके दिल में शिव का सागर है,
उसके लिए महाकाल से बड़ा भाग्यकार कोई नहीं।

तमस को चीरकर जब उजाला हुआ,
तब एहसास हुआ—महाकाल सदा साथ हुआ।

किस्मत लिखते हैं सब मगर बदलता है वक्त,
महाकाल की दया से भाग्य बनता है हर वक्त।

भस्म से श्रृंगार किया जिसने,
वो ही मेरी शान वो ही मेरा प्यार।

डर नहीं मुझे उन राहों से जहाँ औरों ने छोड़ दी,
क्योंकि महाकाल साथ है मेरे कांटे ही फूल खिला दिए।

न मंदिर की ऊँचाई, न घंटों की गूंज—
महाकाल बसता है भक्त के विश्वास की ऊँचाई में।

जब गिरा मैं पापी, उठा मैं शिव की भक्ति से;
महाकाल ने दिया हाथ, जगाया फिर मेरी शक्ति से।

दुनिया चाहे जितनी रंगीन और छल-फरेब भरी हो,
मेरे दिल की दीवार पर सिर्फ महाकाल की तस्वीर जड़ी।

मौत से नहीं डरता वो,
जिस पर काल का काल महाकाल खुद बैठा है।

अँधेरे और दुखों की बारिश हो या तूफ़ान,
महाकाल की छाँव में मिलता है शांति का अरमान।

जो छोड़ दिया मोह-माया का वजन,
उसने महाकाल की भक्ति से पाया स्वयं का साजन।

नफरत और भीड़ के बीच,
महाकाल से मोहब्बत ही मेरी पहचान रही।

जिसके माथे पर त्रिनेत्र का प्रकाश हो,
उसके भीतर हर ख़ामोशी में गूंजता है शिव का आगाज़।

जिन्हें सुना सिर्फ मंदिर की घंटियाँ,
वो क्या जानें शिवलिंग की थिरकन से मिलने वाली देनियाँ।

पापी था मैं—पर पाप का बोझ ले लिया मैंने;
महाकाल ने दिया वरदान, बना दिया भक्त निश्छल मेरा।

जब कलेवर जल चुका हो भस्म में,
तब जान लेना—महाकाल ही मेरी राह का श्मशान है।

ना ख्वाबों की तस्करी, ना दुनियादारी का शो—
मेरी ज़िन्दगी सिर्फ शिव-भक्ति और महाकाल का भरो।

कितने दाग हों जाएँ मन पर, कितनी धूल मिट्टी छा जाए;
महाकाल की भक्ति दीप बनकर अँधेरा मिटा जाए।

जहाँ भी जाएँ लोग देखें मेरी नज़र में आत्मविश्वास,
क्योंकि महाकाल ने दी है पहचान—न डर, न कृपा।

जिसने संसार छोड़ दिया,
उसने पाया महाकाल में अपने सभी सपनों का सहारा।

कहाँ से आए थे हम, कुछ न था हाथ में;
महाकाल की भक्ति से बना है अब हमारा साथ।

जो बूंद पसीने की कमाई महाकाल की स्मृति में बहा दी,
उससे मिली हमें शांति—आत्मा की और जीवन की।

भटक कर जब मैं खुद से हार गया,
महाकाल ने दिशा दी और फिर से खड़ा किया।

कितनी रातें जागता रहा, कितनी दुआएँ की;
महाकाल सुन रहे थे—मिले सपने जागते हुए।

इस काल के आगे कौन ठहर सकता है,
पर महाकाल के भक्त की गर्दन हमेशा सीधी रहती है।

जो लौ पूरी दुनिया बुझा दे,
महाकाल की भक्ति उसे फिर से उज्जवल रोशनी से जला दे।

ना बंदिशों से, ना रस्मों से—
महाकाल को पाना है तो चाहिए सिर्फ दिल की सच्चाई।

बिखरा हुआ था मैं बच्चे जैसा,
महाकाल ने बाँधा मुझे अपनी भक्ति की डोर में।

कभी 'हर हर महादेव' की गूंज में
दुनिया की भीड़ से ऊपर उड़ना—वो फीलिंग अनमोल होती है।

दुनिया नफरत की चुनरी ओढ़ा दे,
पर दिल में महाकाल हो तो मिलता है चैन—बेख़ौफ, बेपरवाह।

भक्ति की आग ऐसी जली कि हर डर पिघल गया,
हर बहकाव राख हो गया।

क्या चाहूँ मुकाम, शोहरत या दौलत?
बस इतना काफी है कि महाकाल मेरे साथ हों।

गिरा था जब ख्वाबों का घर,
महाकाल ने नई नींव बनाई भरोसे और भक्ति पर।

ना खुद को जानता था मैं, ना हाल—
महाकाल के आशीर्वाद ने बनाया मुझे सच्चा इंसान।

हर सवाल का जवाब मिला मुझे,
क्योंकि भोलेनाथ ने दिया था ज्ञान और विश्वास।

नेत्र खोले तीसरे,
जो दृश्य दिखा—मेरी आत्मा को महाकाल ने दिखाया।

जिसे महाकाल अपनी छाँव में ले लें,
उसकी किस्मत खुद बदल जाती है।

चाहे जितनी मुश्किलें आएँ राह में,
महाकाल का नाम लो—मंज़िल खुद चलकर आएगी।

नफरत से भी खतरनाक नहीं है वो,
जो महाकाल पर भरोसा रखता है।

जिस धड़कन में शिव का स्वर हो,
वहीं से शुरू होती है जिंदगी—महाकाल का घर।

हर आँधी-तूफान में भी,
महाकाल साथ हो तो समंदर भी मोती बनकर खिल उठता है।

दर्द छुपा नहीं पाया मैं,
महाकाल का नाम लिया—दर्द भी रो पड़ा, आंसू मुस्कुरा गए।

जिसने देखा नहीं खुद को,
उसने महाकाल के भीतर खुद को पाया।

दुनिया बदलती हर लम्हा,
पर महाकाल की भक्ति कभी नहीं बदलती।

मिट्टी से आया हूँ, मिट्टी में जाऊँगा,
बीच में महाकाल का नाम लेकर चलूँगा।

ना शोर, ना तमाशा—
महाकाल की मौन शक्ति से मिलती है सच्ची सफलता।

दुनियावी भीड़ छोड़ दी मैंने,
अब चाहता हूँ महाकाल की भीड़—जहाँ हर दिल शिव से धड़के।

शिव का नाम जप करो, भय मिटाओ;
महाकाल का आशीर्वाद लो, जीवन सँवारो।

ना गिन के दिया, ना तोल के दिया—
मेरे महाकाल ने जिसे भी दिया, दिल खोल के दिया।

शिव की भक्ति में ही शक्ति है,
हर हर महादेव की धुन में मस्ती है।

सबका हिसाब होगा इस कलयुग के दरबार में,
कुछ भी नहीं छुप सकता महाकाल के दरबार में।

कर्म करो नेक—
यही उपदेश है महाकाल भक्तों के लिए संदेश है।

जिस पर होती है महाकाल की छाया,
वो दुनिया से नहीं डरता—उसका नाम ही काफी है।

रख हौसला—वो मंजर भी आएगा;
तेरा वक्त भी आएगा और महाकाल का दरबार भी आएगा।

महाकाल के दर पर जो आता है,
वो सब कुछ पा जाता है।

हर हर महादेव की गूंज में
सारा संसार खो जाता है।

ना धन चाहिए, ना तन चाहिए—
बस महाकाल का आशीर्वाद चाहिए।

हमारी तकदीर से जलना छोड़ दे,
हम घर से दवा नहीं—महाकाल की दुआ लेकर निकलते हैं।

हम महाकाल के शेर हैं,
हमारे सामने अच्छे-अच्छों की फटती है।

हमारे जीने का तरीका थोड़ा अलग है,
हम उम्मीद पर नहीं—महाकाल की कृपा पर जीते हैं।

हमारी शख्सियत की पहचान अभी बाकी है,
जब तक जुबाँ पर महाकाल का नाम रहेगा—रुतबा बाकी है।